PATIENT EDUCATION MATERIAL FOR MENOPAUSE




मेनोपौस क्या है ?

जब किसी स्त्री की माहवारी ovaries ( अंडाशय )के काम बंद कर देने के बाद रुक जाती है तो उसे menopause ( रजोनिवृत्ति ) कहते हैं
यह किस उम्र में होती है ?
40 -55 yrs में northern India में av age 46 yrs है
इससे क्या शारीरिक व मानसिक बदलाव होते हैं
-जब हमारी ओवरिस में अंडे बनने बंद हो जाते हैं तब स्त्रीत्व के लिए जरूरी हारमोंस कम होते होते बनना बंद हो जाते हैं ---इससे bones का ( हड्डियाँ ) पोरस यानि कि कमजोर , cholesterol levels का बढ़ना ,धमनियों व चमड़ी की elasticity का कम होना , memory का कम होना रिलेटेड है
Stress और ill health भी महीना रुकने के कारण हो सकते हैं .
Perimenopause -- 3 -5 साल का महीना रुकने से पहले का समय जब महीना irregular कम या अधिक हो सकता है ,pregnancy लेकिन रुक सकती है ,इसलिए precautions लें .
Menopause --- जब एक साल तक मेंसेस न हों
Postmenopause --- २-३ साल बाद menopause के symptoms ख़त्म हो जाते हैं पर शारीर पर कुछ नुकसानदेह बदलाव शुरू हो जाते हैं .
आजकल Menopause की importance क्यों बढ़ गयी है ? ----क्योंकि हम १/३ rd समय अपनी ज़िंदगी का मीनोपॉज के बाद बिताते हैं जोकि healthy होना चाहिए .
MENOPAUSE से होने वाली परेशानियाँ -----
HOT FLUSHES ---सबमें नहीं होता है ये बदलाव ........चेहरा लाल हो जाना ,गर्मी लगना पसीना आना कंपकंपी छुटना .30 SEC - 5 MIN तक , ढीले कपडे पंहने ,WELL VENTILATED रूम में सोएं ठंडा पानी ठंडी ड्रिंक्स पियें ,portable fan use करें .
IRREGULAR PERIODS ---- अगर परेशानी हो रही है तो अपने डॉक्टर से मिलें
VAGINAL DRYNESS --योनी का सूखापन इससे सम्बन्ध स्थापित करने में दिक्कत व खुजली का होना --किसी किसी में increased sexual desire क्योंकि प्रेगनेंसी का डर ख़त्म हो जाता है .
BLADDER IRRITABILITY -----बार बार URINE लगना रात में कई बार URINE के लिए उठना ,URINE न रोक पाना व खांसते छींकते समय URINE का लीक हो जाना
TIREDNESS -----थकान
SLEEP DISTURBANCES ------नींद न आना नींद कम आना बीच रात में उठना----दिन में सो लें
MOOD CHANGES ----- IRRITABLE हो जाना ,गुस्सा आना चिडचिडा होना depressed feel करना -----Coffee पर लगाम लगाएँ
BODY CHANGES ------
----- कमर के area में FAT का बढ़ना
----------MUSCLE MASS कम होना
--------Skin पतली व कम एलास्टिक होना
----------BREAT SIZE कम होना
-------- HEADACHES याददाश्त कम होना
-------- ,जोड़ों में व muscles में अकड़न व दर्द
POSTMENOPAUSE में होने वाले changes ---
------Hot flushes व Night Sweats ख़त्म हो जायेंगे
------Bones में Osteoporosis शुरू हो जाएगी जिससे हथेली व कूल्हे की हड्डी के Fractures हो सकते हैं .
------Heart Disease का risk बढ़ जाता है due to increased Cholesterol
-------Vaginal Infections का खतरा बढ़ जाता है .Intercourse पेनफुल हो जाता है
--------FACE पर Hair Growth का होना
--------BREAST CANCER का खतरा ज्यादा
PERIMENOPAUSE में ORAL CONTRACEPTIVES ले सकतें हैं ,regular periods होंगे और pregnancy से बचाव होगा परन्तु मेंसेस होते रहेंगे इसलिए जरूरी होने पर डॉक्टर की सलाह से ही लें
MILK CHEESE व BUTTER लें इनमें Vit D और CALCIUM मिलेंगे ----Vit D व CALCIUM के supplements लें
EXERCISE भी bones को strong करती हैं
MENOPAUSE हो जाने पर
----DOCTOR की राय से harmones (oestrogen +Progesteron ,केवल progesteron ,oestrogen tab या Cream ,Testosterone derivatives ) ,RALOXIFENE , ALENDRONATE CALCITONIN ले सकते हैं .Uterus होता है तो oestro +Progesterone देते हैं ,नहीं होता तो केवल oestrogen दे सकते हैं .Oestrogen +Progesterone HEART DISEASE का risk ,blood clotting व Breast Cancer का खतरा बढ़ा देते हैं पर COLON CANCER व BONE FRACTURES का खतरा कम कर देते हैं इसलिए डॉक्टर से discuss करके ही इलाज शुरू करें
Heart Disease के खतरे से बचने के लिए
-कम Fats लें ,ज्यादा Fruits व Vegetables लें
- -Smoke न करें
-weight पर control रखें
-Exercise करें
PAINFUL INTERCOURSE के लिए KY JELLY use करें
मूत्राशय की परेशानियों के लिए अपने DOCTOR को CONSULT करें ----
HAIR GROWTH के लिए waxing Threading या LASER TREATMENT करें
PAP SMEAR MAMMOGRAM डॉक्टर की सलाह पर व GYNECOLOGIST से EXAMINATION , BREAST EXAMINATION साल में एक बार जरूर कराएं
NON HORMONAL PHYTOOESTROGENS जो की अनाज ,सब्जियों सोया व beans में होता है व दवाई के रूप में भी मिलता हैं doctor से पूछ कर लें .ये नुकसानदेह नहीं होते
CONSULT UR GYNECOLOGIST FOR RELIEF FROM SYMPTOMS AND A BETTER UNDERSTANDING
PLAN FOR AN YEARLY CHECK UP WITH YOUR GYNECOLOGIST !!





Dr Archana Tandon



Comments

Popular posts from this blog

खुद्दारी और हक़

नज़रिया

रुद्राभिषेक